रामगिरि
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
मेघदूत की अपेक्षा अमरकंटक पर्वत और नेमिचरित की अपेक्षा गिरिनार पर्वत (नेमिचरित/प्र.)।
पुराणकोष से
राम-लक्ष्मण द्वारा सेवित एक पर्वत । राम ने यहाँँ अनेक जिनमंदिर बनवाये थे । अज्ञात-वास के समय पांडव कौशल देश से चलकर यहाँ आये थे और अज्ञातवास के बारह वर्षों में ग्यारह वर्ष उन्होंने इसी पर्वत पर बिताये थे । यहीं से चलकर वे विराट नगर गये थे । हरिवंशपुराण 46. 17-23