राजसूय
From जैनकोष
चक्रवर्ती सगर के समय मे प्रचलित एक अनार्ष-यज्ञ । यह महाकाल देव के द्वारा हिंसा की प्रेरणा देने के लिए चलाया गया था । इसमें राजा हों में जाते थे । सगर चक्रवर्ती और उनकी पत्नी सुलसा इसी यज्ञ में होमे गये थे । हरिवंशपुराण 23.142-146