रज्जु
From जैनकोष
लोक को नापने का एक प्रमाण विशेष । मध्यलोक का विस्तार एक रज्जु है । समस्त लोक की ऊँचाई चौदह रज्जु है । (महापुराण 5.44-45), (हरिवंशपुराण 4.9-10)
लोक को नापने का एक प्रमाण विशेष । मध्यलोक का विस्तार एक रज्जु है । समस्त लोक की ऊँचाई चौदह रज्जु है । (महापुराण 5.44-45), (हरिवंशपुराण 4.9-10)