शक्तिकुमार
From जैनकोष
गुहिलोत वंश का राजा था। पाशुपत धर्म का अनुयायी था। परंतु कुछ-कुछ जैनधर्म का भी विश्वास करता था। समय–ई.श.10-11।
(जैन साहित्य इतिहास/पृ.256 प्रेमीजी) ( तिलोयपण्णत्ति/ प्र.8 A.N.UP.)
गुहिलोत वंश का राजा था। पाशुपत धर्म का अनुयायी था। परंतु कुछ-कुछ जैनधर्म का भी विश्वास करता था। समय–ई.श.10-11।
(जैन साहित्य इतिहास/पृ.256 प्रेमीजी) ( तिलोयपण्णत्ति/ प्र.8 A.N.UP.)