मेघमाल
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का एक नगर− देखें विद्याधर ।
- अपरविदेहस्थ एक वक्षार । अपरनाम ‘देवमाल’ ।−देखें लोक - 5.3.3 ।
पुराणकोष से
- विजया की उत्तरश्रेणी का तिरेपनवाँ नगर । हरिवंशपुराण 22.91
- पश्चिम विदेहक्षेत्र में नील और सीतोदा के मध्य स्थित चौथा वक्षारगिरि । हरिवंशपुराण 5.232