विशुद्धकमल
From जैनकोष
विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी में स्थित ज्योतिःप्रभ नगर का राजा । इसकी रानी नंदनमाला तथा पुत्री राजीवसरसी थीं । विभीषण इसका जामाता था । यह दैत्यराज मय का महामित्र था । पद्मपुराण 8.150-152
विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी में स्थित ज्योतिःप्रभ नगर का राजा । इसकी रानी नंदनमाला तथा पुत्री राजीवसरसी थीं । विभीषण इसका जामाता था । यह दैत्यराज मय का महामित्र था । पद्मपुराण 8.150-152