व्रतकीर्तन
From जैनकोष
चंद्रपुर नगर के राजा हरि और रानी धरादेवी का पुत्र । यह मुनिधर्म को पालते हुए मरकर स्वर्ग गया और वहाँ से च्युत होकर पश्चिम विदेहक्षेत्र के रत्नसंचय नगर के राजा महाघोष और रानी चंद्रिणी का पयोबल नाम का पुत्र हुआ । पद्मपुराण 5.135-137