वज्रमृष्टि
From जैनकोष
(1) उज्जयिनी के राजा वृषभध्वज के योद्धा दृढ़मुष्टि का पुत्र । इसकी माता वप्रश्री थी । इसका विवाह सेठ विमलचंद्र की पुत्री मंगी से हुआ था । थोड़े समय बाद मंगी अन्यासक्त हुई । इससे यह दुःखी हुआ और विरक्त होकर इसने मुनि वरधर्म से दीक्षा ले ली । महापुराण 71. 209-248, हरिवंशपुराण 33. 103-129
(2) भरतक्षेत्र में सिंहपुर नगर के राजा सिंहसेन का मल्ल । धरोहर हड़पने के अपराध में श्रीभूति मंत्री को इस मल्ल के तीस घूसों का दंड दिया गया था । महापुराण 59. 146-175,
(3) जंबूद्वीप की पुंडरीकिणी नगरी का एक पुरुष । इसकी पत्नी सुभद्रा तथा पुत्री सुमति थी । आगामी दूसरे भव में सुमति कृष्ण की पटरानी जांबवती हुई । हरिवंशपुराण 60. 50-52