कार्तवीर्य
From जैनकोष
ईशावती नगरी का राजा और आठवें चक्रवर्ती सुभौम का पिता । इसकी रानी और सुभौम की जननी का नाम तारा था । गजपुर (हस्तिनापुर) नगर में कौरववंश में उत्पन्न हुए इसने कामधेनु के लोभ से जमदग्नि तपस्वी को मार डाला तथा यह भी जमदग्नि के पुत्र परशुराम द्वारा मारा गया था । गर्भवती इसकी रानी तारा भयभीत होकर गुप्त रूप से कौशिक ऋषि के आश्रम में जा पहुंची । वही उसके पुत्र हुआ तथा भूमिगृह में उत्पन्न होने से उसका नाम सुभौम रखा गया था । पद्मपुराण 20. 171-172, हरिवंशपुराण 25.8-13