कालेयक
From जैनकोष
भगवती आराधना / मूल या टीका गाथा 1030
सत्त तयाओ कालेज्जयाणि सत्तेव होंति देहम्मि देहम्मि रामकाडोण होंति सोदी सदसहस्सा ।1030।।
= 7 त्वचा हैं, 7 कालेयक हैं, और 80,00,000 कोटि रोम हैं ।1030।
औदारिक शरीर में कालेयकों का प्रमाण–विस्तार के लिये देखें औदारिक - 1.7।