अमृतस्वर
From जैनकोष
(1) पद्मिनी नगरी के राजा विजयपर्वत का शास्त्रज्ञान में निपुण और राजकर्त्तव्य में कुशल दूत । इसकी भार्या उपयोगा से उदित और मुदित नाम के दो पुत्र हुए थे । पद्मपुराण 39.84-86
(2) लवणांकुश के दीक्षागुरु । पद्मपुराण 115.58-59
(1) पद्मिनी नगरी के राजा विजयपर्वत का शास्त्रज्ञान में निपुण और राजकर्त्तव्य में कुशल दूत । इसकी भार्या उपयोगा से उदित और मुदित नाम के दो पुत्र हुए थे । पद्मपुराण 39.84-86
(2) लवणांकुश के दीक्षागुरु । पद्मपुराण 115.58-59