जंबूद्वीप
From जैनकोष
- यह मध्यलोक का प्रथम द्वीप है (देखो लोक/३/१)।
- जम्बूद्वीप नाम की सार्थकता
स.सि./३/९/२१२/८ कोऽसौ। जम्बूद्वीप:। कथं जम्बूद्वीप:। जम्बूवृक्षोपलक्षितत्वात् । उत्तरकुरूणां मध्ये जंबूवृक्षोऽनादिनिधन: पृथिवीपरिणामोऽकृत्रिम: सपरिवारस्तदुपलक्षितोऽयं द्वीप:। =प्रश्न–इसे जम्बूद्वीप क्यों कहते हैं ? उत्तर–उत्तरकुरु में अनादिनिधन पृथिवीमयी अकृत्रिम और परिवार वृक्षों से युक्त जम्बूवृक्ष है, जिसके कारण यह जम्बूद्वीप कहलाता है। (रा.वा./३/७/१/१६९/१४)।