जिज्ञासा
From जैनकोष
तत्त्वार्थाधिगमभाष्य/१/१५ ईहा ऊहा तर्क परीक्षा विचारणा जिज्ञासा इत्यनर्थान्तरम् ।=ईहा, ऊहा, तर्क, परीक्षा, विचारणा और जिज्ञासा ये सब एकार्थवाची हैं।
न्या.दर्शन/भाष्य/१/१/३२/३३/१७ तत्राप्रतीयमानेऽर्थे प्रत्ययार्थस्य प्रवर्त्तिका जिज्ञासा। =प्रज्ञात पदार्थ के जानने की इच्छा का नाम जिज्ञासा है।