सुभोभकुमार
From जैनकोष
पार्श्वनाथ का दूसरा नाम। राजा महीपाल इनके नाना थे। इन्होंने राजा महीपाल की तापस अवस्था में नमस्कार नहीं किया था जिससे महीपाल कुपित हो गया था। इन्होंने उसके तप को अज्ञान तप कहकर उसे पापास्रव का कारण बताया था। इससे वह और अघिक कुपित हो गया था। वह मरकर शंबर ज्योतिषी देव हुआ। महापुराण 73.94-117 देखें पार्श्वनाथ