तीर्थंकर परिचय सारणी page-380
From जैनकोष
- गर्भावतरण
७. पिता के नाम |
८. माता का नाम |
९. वंश |
१३.गर्भ तिथि |
११.गर्भ-नक्षत्र |
१२.गर्भ-काल |
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नं० |
४. म.पु./सर्ग/श्लो. |
१. ति.प./४/५२६-५४९ २. म.पु./२०/३६-६०३. ह.पु./६०/१८२-२०५ |
१. ति.प./४/५२६-५४९ २. म.पु./२७/३६-६०३. ह.पु./६०/१८२-२०५ |
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४.म.पु./पूर्ववत् सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
४.म.पु./पूर्ववत् सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
ति.प./४/५५० |
त्रि.सा./८४८-८४९ |
म.पु./पूर्ववत् सामान्य |
म.पु./पूर्ववत् सामान्य |
म.पु./पूर्ववत् सामान्य |
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१ |
१२/१४६-१६३ |
नाभिराय |
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मरुदेवी |
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इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
आषाढ कृ.२ |
उत्तराषाढ़ |
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२ |
४८/१८-२५ |
जितशत्रु |
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|
विजयसेना |
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|
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
ज्येष्ठ कृ.१५ |
रोहिणी |
ब्रह्ममुहूर्त |
३ |
४९/१४-१६ |
दृढराज्य |
१-३ |
जितारि |
सुषैणा |
१-३ |
सेना |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
फा.शु.८ |
मृगशिरा |
प्रात: |
४ |
५०/१६-१८ |
स्वयंवर |
१-३ |
संवर |
सिद्धार्था |
|
|
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
वैशा.शु.६ |
पुनर्वसु |
|
५ |
५१/१९-२१ |
मेघरथ |
१-३ |
मेघप्रभ |
मंगला |
२-३ |
सुमंगला |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
श्रा.शु.२ |
मघा |
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६ |
५२/१८-१९ |
धरण |
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सुसीमा |
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इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
माघ कृ.६ |
चित्रा |
प्रात: |
७ |
५३/१८-२० |
सुप्रतिष्ठ |
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पृथ्वीषैणा |
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इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
भाद्र शु.६ |
विशाखा |
|
८ |
५४/१६४-१६६ |
महासेन |
|
|
लक्ष्मणा |
१ |
लक्ष्मीमती |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
चैत्र कृ.५ |
... |
पिछली रात्रि |
९ |
५५/२४-२५ |
सुग्रीव |
|
|
जयरामा |
१-३ |
रामा |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
फा.कृ.९ |
मूल |
प्रभात |
१० |
५६/२४-२६ |
दृढरथ |
|
|
सुनन्दा |
१ |
नन्दा |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
चैत्र कृ.८ |
पूर्वाषाढा |
अन्तिम रात्रि |
११ |
५७/१७-१९ |
विष्णु |
|
|
सुनन्दा |
१ |
वेणुश्री |
इक्ष्वाकु इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु इक्ष्वाकु |
ज्येष्ठ कृ.६ |
श्रवण |
प्रात: |
१२ |
५८/१७-१८ |
वसुपूज्य |
|
|
जयावती |
१ |
विजया |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
आषा.कृ.६ |
शतभिषा |
अन्तिम रात्रि |
१३ |
५९/१४-१७ |
कृतवर्मा |
|
|
जयश्यामा |
२-३ |
शर्मा |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
ज्येष्ठ कृ.१० |
उत्तरभाद्रपदा |
प्रात: |
१४ |
६०/१६-१८ |
सिंहसेन |
|
|
जयश्यामा |
१-३ |
सर्वश्यामा |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
कार्ति.कृ.१ |
रेवती |
|
१५ |
६१/१३-१५ |
भानु |
२ |
भानुराज |
सुप्रभा |
१-३ |
सुव्रता |
कुरु |
इक्ष्वाकु |
वैशा.शु.१३ |
रेवती |
|
१६ |
६३/३८४-३८६ |
विश्वसेन |
|
|
ऐरा |
|
|
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
भाद्र कृ.७ |
भरणी |
अन्तिम रात्रि |
१७ |
६४/१३-१४ |
सूरसेन |
३ |
सूर्य |
श्रीकान्ता |
१-३ |
श्रीमती |
कुरु |
इक्ष्वाकु |
श्रा.कृ.१० |
कृत्तिका |
अन्तिम रात्रि |
१८ |
६५/१५-१६ |
सुदर्शन |
|
|
मित्रसेना |
|
|
कुरु |
इक्ष्वाकु |
फा.कृ.३ |
रेवती |
अन्तिम रात्रि |
१९ |
६६/२०-२२ |
कुम्भ |
|
|
प्रजावती |
१ |
प्रभावती |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
चैत्र शु.१ |
अश्विनी |
प्रात: |
२० |
६७/२०-२१ |
सुमित्र |
|
|
सोमा |
१-३ |
पद्मावती |
यादव |
हरिवंश |
श्रा.कृ.२ |
श्रवण |
|
२१ |
६९/१९,२५,२६ |
विजय |
|
|
महादेवी |
२-३ |
वप्रा वप्रिला |
इक्ष्वाकु |
इक्ष्वाकु |
आश्वि.कृ.२ |
अश्विनी |
अन्तिम रात्रि |
२२ |
७१/३०-३१ |
समुद्रविजय |
|
|
शिवदेवी |
|
|
यादव |
हरिवंश |
कार्ति.शु.६ |
उत्तराषाढा |
अन्तिम रात्रि |
२३ |
७३/७५-७६ |
विश्वसेन |
१-३ |
अश्वसेन |
ब्राह्मी |
१-३ |
वर्मिला(नामा) |
उग्र |
उग्र |
वैशा.कृ.२ |
विशाखा |
प्रात: |
२४ |
७४/२५२-२५४ |
सिद्धार्थ |
|
|
प्रियकारिणी |
|
|
नाथ |
नाथ |
आषा.शु.६ |
उत्तराषाढा |
अन्तिम रात्रि |