तीर्थंकर परिचय सारणी page-387
From जैनकोष
नं० |
म.पु./सर्ग/श्लो. |
४४. मन:पर्ययज्ञानी |
४५. वादी |
४६. सर्व ऋषि संख्या |
४७. गणधर संख्या |
४८. मुख्य गणधर |
||||||||||
१.ति.प./४/१०९८-११६१ २.ह.पु./६०/३५८-४३१३.म.पु./पूर्ववत् |
१.ति.प./४/१०९८-११६१ २.ह.पु./६०/३५८-४३१३.म.पु./पूर्ववत् |
१.ति.प./४/१०९२-१०९७ २.ह.पु./६०/३५२-३५६३.म.पु./पूर्ववत् |
१.ति.प./४/९६१-९६३ २.ह.पु./६०/३४१-३४५३.म.पु./पूर्ववत् |
१.ति.प./४/९६४-९६६ २.ह.पु./६०/३४६-३४९३.म.पु./पूर्ववत् |
||||||||||||
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
सामान्य |
प्रमाण नं. |
विशेष |
||
१ |
४७/२९०-२९४ |
१२७५० |
|
|
१२७५० |
|
|
८४००० |
३ |
८४०८४ |
८४ |
|
|
ऋषभसेन |
२,३ |
वृषभसेन |
२ |
४८/४३-४८ |
१२४५० |
२ |
१२४०० |
१२४०० |
|
|
१००००० |
|
|
९० |
|
|
केसरिसेन |
२,३ |
सिंहसेन |
३ |
४९/४३-४९ |
१२१५० |
|
१२००० |
१२००० |
२ |
१२१०० |
२००००० |
|
|
१०५ |
|
|
चारुदत्त |
३ |
चारुसेन |
४ |
५०/५७-६३ |
२१६५० |
२,३ |
११६५० |
१००० |
२,३ |
११६५० ११००० |
३००००० |
|
|
१०३ |
|
|
वज्रचमर |
२,३ |
वज्र, वज्रनाभि |
५ |
५१/७६-८१ |
१०४०० |
|
|
१०४५० |
|
|
३२०००० |
|
|
११६ |
|
|
वज्र |
२,३ |
चमर,अमर |
६ |
५२/५८-६४ |
१०३०० |
२ |
१०६०० |
९६०० |
२ |
९००० |
३३०००० |
|
|
१११ |
३ |
११० |
चमर |
२ |
वज्रचमर चामर |
७ |
५३/४६-५१ |
९१५० |
२ |
९६०० |
८६०० |
२ |
८००० |
३००००० |
|
|
९५ |
|
|
बलदत्त बलिदत्त |
२,३ |
बलि, बल |
८ |
५४/२४४-२४८ |
८००० |
|
|
७००० |
२,३ |
७६०० |
२५०००० |
|
|
९३ |
|
|
वैदर्भ |
२,३ |
दत्तक,दत्त |
९ |
५५/५२-५७ |
७५०० |
२ |
६५०० |
६६०० |
२ |
७६०० |
२००००० |
|
|
८८ |
|
|
नाग(अनगार) |
२,३ |
वैदर्भ,वि |
१० |
५६/५०-५५ |
७५०० |
|
|
५७०० |
|
|
१००००० |
|
|
८७ |
२,३ |
८१ |
कुन्थु |
२,३ |
अनगार |
११ |
५७/४४-४९ |
६००० |
|
|
५००० |
|
|
८४००० |
|
|
७७ |
|
|
धर्म |
२,३ |
कुन्थु |
१२ |
५८/४४-४९ |
६००० |
|
|
४२०० |
|
|
७२००० |
|
|
६६ |
|
|
मन्दिर |
२,३ |
सुधर्म,धर्म |
१३ |
५९/४८-५३ |
५५०० |
२ |
९००० |
३६०० |
|
|
६८००० |
|
|
५५ |
|
|
जय |
२,३ |
मन्दरार्य, मन्दर |
१४ |
६०/३७-४२ |
५००० |
|
|
३२०० |
|
|
६६००० |
|
|
५० |
|
|
अरिष्ट |
२,३ |
जय |
१५ |
६१/४४ |
४५०० |
|
|
२८०० |
|
|
६४००० |
|
|
४३ |
|
|
सेन |
२,३ |
अरिष्टसेन |
१६ |
६३/४७९-४९५ |
४००० |
|
|
२४०० |
|
|
६२००० |
|
|
३६ |
|
|
चक्रायुध |
|
|
१७ |
६४/४४-४९ |
३३५० |
३ |
३३०० |
२००० |
३ |
२०५० |
६०००० |
|
|
३५ |
|
|
स्वयंभू |
|
|
१८ |
६५/३९-४३ |
२०५५ |
|
|
१६०० |
|
|
५०००० |
|
|
३० |
|
|
कुम्भ |
२ |
कुन्थु |
१९ |
६६/५३-५९ |
१७५० |
२ |
२२०० |
१४०० |
२ |
२२०० |
४०००० |
|
|
२८ |
|
|
विशाख |
|
|
२० |
६७/४९-५३ |
१५०० |
|
|
१२०० |
|
|
३०००० |
|
|
१८ |
|
|
मल्लि |
|
|
२१ |
६९/६०-६५ |
१२५० |
|
|
१००० |
|
|
२०००० |
|
|
१७ |
|
|
सप्रभ |
२ |
सोमक |
२२ |
७१/१८२-१८७ |
९०० |
|
|
८०० |
|
|
१८००० |
|
|
११ |
|
|
वरदत्त |
|
|
२३ |
७३/१४९-१५३ |
७५० |
|
|
६०० |
|
|
१६००० |
|
|
१० |
|
|
स्वयंभू |
|
|
२४ |
७४/३७३-३७८ |
५०० |
|
|
४०० |
|
|
१४००० |
|
|
११ |
|
|
इन्द्रभूति |
|
|