द्रव्य नय
From जैनकोष
पंचाध्यायी/पूर्वार्ध/५०५ द्रव्यनयो भावनय: स्यादिति भेदाद्द्विधा च सोऽपि यथा।=द्रव्यनय और भावनय के भेद से नय दो प्रकार का है।
अधिक जानकारी के लिये देखें नय - I.5।
पंचाध्यायी/पूर्वार्ध/५०५ द्रव्यनयो भावनय: स्यादिति भेदाद्द्विधा च सोऽपि यथा।=द्रव्यनय और भावनय के भेद से नय दो प्रकार का है।
अधिक जानकारी के लिये देखें नय - I.5।