उद्भ्रांत
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
यह प्रथम नरक का पाँचवाँ पटल है।
विशेष जानकारी हेतु देखें नरक - 5.11 और रत्नप्रभा
पुराणकोष से
धर्मा (रत्नप्रभा) पृथिवी के पंचम प्रस्तार का इंद्रक बिल । हरिवंशपुराण 4.76-77
यह प्रथम नरक का पाँचवाँ पटल है।
विशेष जानकारी हेतु देखें नरक - 5.11 और रत्नप्रभा