दामनंदि
From जैनकोष
नन्दि संघ के देशीयगण–गुणनन्दि शाखा के अनुसार आप सर्वचन्द्र के शिष्य और वीरनन्दि के गुरु थे। समय–वि.१०००-१०३० ई०९४३-९७३। २. इसी संघ की नयकीर्ति शाखा के अनुसार आप रविचन्द्र के शिष्य व श्रीधरदेव के गुरु थे।– देखें - इतिहास / ७ / ५ -१