ऐतिह्य
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
इतिहास का एकार्थवाची
1.1 इतिहासका लक्षण
महापुराण 1/25 इतिहास इतीष्टं तद् इति हासीदिति श्रुतेः। इति वृत्तमथै तिह्यमाम्नायं चामनस्ति तत् ।25। = `इति इह आसीत्' (यहाँ ऐसा हुआ) ऐसी अनेक कथाओं का इसमें निरूपण होने से ऋषिगण इसे (महापुराणको) `इतिहास', `इतिवृत्त' `ऐतिह्य' भी कहते हैं ।25।
1.2 ऐतिह्य प्रमाणका श्रुतज्ञानमें अन्तर्भाव
राजवार्तिक 1/20/15/78/19 ऐतिह्यस्य च `इत्याह स भगवान् ऋषभः' इति परंपरीणपुरुषागमाद् गृह्यते इति श्रुतेऽन्तर्भावः। = `भगवान् ऋषभ ने यह कहा' इत्यादि प्राचीन परम्परागत तथ्य ऐतिह्य प्रमाण है। इसका श्रुतज्ञान में अन्तर्भाव हो जाता है।
= देखें इतिहास - 1।
पुराणकोष से
इतिहास । महापुराण 1.25