अध्यात्मरहस्य
From जैनकोष
पं. आशाधरजी द्वारा विरचित द्रव्यमन तथा भावमन का स्वरूप दर्शानेवाला योग विषयक संस्कृत पद्यबद्ध 72 श्लोक प्रमाण ग्रंथ।
अपर नाम योगोद्दीपन। समय ई. 1143-1243।
(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा , पृष्ठ 4/45)।
पं. आशाधरजी द्वारा विरचित द्रव्यमन तथा भावमन का स्वरूप दर्शानेवाला योग विषयक संस्कृत पद्यबद्ध 72 श्लोक प्रमाण ग्रंथ।
अपर नाम योगोद्दीपन। समय ई. 1143-1243।
(तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा , पृष्ठ 4/45)।