कामग
From जैनकोष
बलाहक देव द्वारा निर्मित एक विमान । यह मेघाकार मोतियों की लटकती हुई मालाओं से शोभित, क्षुद्र-घंटियों से ध्वनित, और रत्नजटित था । महापुराण 22.15-16, पद्मपुराण -5. 167
बलाहक देव द्वारा निर्मित एक विमान । यह मेघाकार मोतियों की लटकती हुई मालाओं से शोभित, क्षुद्र-घंटियों से ध्वनित, और रत्नजटित था । महापुराण 22.15-16, पद्मपुराण -5. 167