धनद कलशव्रत
From जैनकोष
भाद्रपद कृ.१ से शु.१५ तक पूरे महीने प्रतिदिन चन्दनादि मंगलद्रव्य युक्त कलशों से जिनभगवान् का अभिषेक व पूजन करे। णमोकार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत-विधान संग्रह/पृ.८८)
भाद्रपद कृ.१ से शु.१५ तक पूरे महीने प्रतिदिन चन्दनादि मंगलद्रव्य युक्त कलशों से जिनभगवान् का अभिषेक व पूजन करे। णमोकार मन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत-विधान संग्रह/पृ.८८)