महोत्साह
From जैनकोष
महेंद्रनगर के राजा महेंद्र का सामंत । इसने अंजना को निर्दोष बताकर उसे शरण देने की राजा से याचना की थी किंतु इसकी इस याचना का राजा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था । पद्मपुराण - 17.40-50
महेंद्रनगर के राजा महेंद्र का सामंत । इसने अंजना को निर्दोष बताकर उसे शरण देने की राजा से याचना की थी किंतु इसकी इस याचना का राजा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा था । पद्मपुराण - 17.40-50