रथावर्त
From जैनकोष
(1) भरतक्षेत्र की हंसावली नदी का तटवर्ती एक पर्वत । मुनि आनंदमाल ने यहीं तप किया था । महापुराण 62.126, 74.157, पद्मपुराण - 13.82-86, पांडवपुराण 4.64
(2) एक पूजा । पार्श्वनाथ के पूर्वभव के जीव अयोध्या के राजा वज्रबाहु के पुत्र आनंद ने यह पूजा की थी । महापुराण 73. 41-43, 58