वादिदेव सूरि
From जैनकोष
बड़े तार्किक व नैयायिक एक श्वेतांबराचार्य जिन्होंने ‘परीक्षामुख’ ग्रंथ पर ‘प्रमाण नय तत्वालंकार स्याद्वाद रत्नाकर’ नामकी टीका लिखी है। आपके शिष्य का नाम रत्नप्रभ समय - ई.1117-1169 । ( सिद्धि विनिश्चय/प्र.30, 41/पं. महेंद्र कुमार )।