नवधा
From जैनकोष
पु.सि.उ./७६ कृतकारितानुमननैर्वाक्कायमनोभिरिष्यते नवधा। =कृत कारित अनुमोदनारूप मन वचन काय करके नव प्रकार (का त्याग औत्सर्गिक है)।
पु.सि.उ./७६ कृतकारितानुमननैर्वाक्कायमनोभिरिष्यते नवधा। =कृत कारित अनुमोदनारूप मन वचन काय करके नव प्रकार (का त्याग औत्सर्गिक है)।