नाभिराज
From जैनकोष
―(म.पु./३/श्लोक नं.) आप वर्तमान कल्पके १४ वें कुलकर थे।१५२। इनके समय बालक की नाभि में नाल दिखाई देने लगी थी। इन्होंने उसे काटने का उपाय सुझाया जिससे नाभिराय नाम प्रसिद्ध हो गया।१६४।– देखें - शलाका पुरुष / ९ ।
―(म.पु./३/श्लोक नं.) आप वर्तमान कल्पके १४ वें कुलकर थे।१५२। इनके समय बालक की नाभि में नाल दिखाई देने लगी थी। इन्होंने उसे काटने का उपाय सुझाया जिससे नाभिराय नाम प्रसिद्ध हो गया।१६४।– देखें - शलाका पुरुष / ९ ।