अतिरथ
From जैनकोष
(1) धातकीखंड द्वीप में पूर्व मेरु पर्वत से पूर्व की ओर स्थित विदेह क्षेत्र में पुष्पकलावती देश की पुंडरीकिणी नगरी के राजा रतिषेण के पुत्र थे । रतिषेण ने इन्हें ही राज्यभार सौंपकर दीक्षा ग्रहण की थी । महापुराण 51. 2-3, 12
(2) एक प्रकार के योद्धा । ये रथ में बैठे हुए युद्ध करते हैं । यादवों में नेमि, बलदेव और कृष्ण तीनों ऐसे ही योद्धा थे । हरिवंशपुराण - 50.77