निर्जर पंचमी व्रत
From जैनकोष
प्रतिवर्ष आषाढ़ शु.५ से लेकर कार्तिक शु.५ तक की कुल ९ पंचमियों के उपवास ५ वर्ष पर्यन्त करे। नमोकारमन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत विधान संग्रह/पृ.९७)
प्रतिवर्ष आषाढ़ शु.५ से लेकर कार्तिक शु.५ तक की कुल ९ पंचमियों के उपवास ५ वर्ष पर्यन्त करे। नमोकारमन्त्र का त्रिकाल जाप्य करे। (व्रत विधान संग्रह/पृ.९७)