निर्लेपन
From जैनकोष
ध.१४/५,६,६५२/५०७/१ आहारसरीरिंदियआणपाणअपज्जतीणं णिव्वत्ती णिल्लेवणं णाम। =आहार, शरीर, इन्द्रिय, और श्वासोच्छ्वास अपर्याप्तियों की निवृत्ति को निर्लेपन कहते हैं।
ध.१४/५,६,६५२/५०७/१ आहारसरीरिंदियआणपाणअपज्जतीणं णिव्वत्ती णिल्लेवणं णाम। =आहार, शरीर, इन्द्रिय, और श्वासोच्छ्वास अपर्याप्तियों की निवृत्ति को निर्लेपन कहते हैं।