चित्रक
From जैनकोष
(1) नंदन वन की उत्तर दिशा में स्थित एक भवन । यह तीस योजन लंबा, पचास योजन ऊँचा और नब्बे योजन की परिधि से युक्त था । हरिवंशपुराण - 5.315-316
(2) राजा समुद्रविजय का एक पुत्र । हरिवंशपुराण - 48.44
(1) नंदन वन की उत्तर दिशा में स्थित एक भवन । यह तीस योजन लंबा, पचास योजन ऊँचा और नब्बे योजन की परिधि से युक्त था । हरिवंशपुराण - 5.315-316
(2) राजा समुद्रविजय का एक पुत्र । हरिवंशपुराण - 48.44