नैस्सर्प्य
From जैनकोष
चक्रवर्ती की नौ निधियों में एक निधि । इससे शय्या, आसन तथा मकान मिलते हैं । गृहोपयोगी बर्तन भी इससे मिल जाते हैं । महापुराण 37.73-78, हरिवंशपुराण - 11.118
चक्रवर्ती की नौ निधियों में एक निधि । इससे शय्या, आसन तथा मकान मिलते हैं । गृहोपयोगी बर्तन भी इससे मिल जाते हैं । महापुराण 37.73-78, हरिवंशपुराण - 11.118