पृथिवीधर
From जैनकोष
(1) वैजयंतपुर का राजा । इसकी रानी इंद्राणी से वनमाला नाम की एक पुत्री हुई थी । शरीर में निस्पृह होकर इसने भरत के साथ मुनि होकर घोर तपस्या की थी और निर्वाण प्राप्त किया था । पद्मपुराण - 36.11-15
(1) वैजयंतपुर का राजा । इसकी रानी इंद्राणी से वनमाला नाम की एक पुत्री हुई थी । शरीर में निस्पृह होकर इसने भरत के साथ मुनि होकर घोर तपस्या की थी और निर्वाण प्राप्त किया था । पद्मपुराण - 36.11-15