प्रास्थाल
From जैनकोष
भरतक्षेत्र की उत्तर दिशा में स्थित एक देश । यह भरतेश के छोटे भाई के पास था । उसने भरतेश की अधीनता स्वीकार नहीं की और पिता के पास दीक्षा ले ली । तब यह देश भरत-साम्राज्य में मिल गया । हरिवंशपुराण - 11.68-87
भरतक्षेत्र की उत्तर दिशा में स्थित एक देश । यह भरतेश के छोटे भाई के पास था । उसने भरतेश की अधीनता स्वीकार नहीं की और पिता के पास दीक्षा ले ली । तब यह देश भरत-साम्राज्य में मिल गया । हरिवंशपुराण - 11.68-87