भूषांग
From जैनकोष
इस जाति के कल्पवृक्ष । इनसे स्त्री-पुरुषों के योग्य हार, कुंडल, बाजूबंद तथा मेखला आदि आभूषण प्राप्त होते थे । महापुराण 9.35, 41, हरिवंशपुराण - 7.80,हरिवंशपुराण - 7.89
इस जाति के कल्पवृक्ष । इनसे स्त्री-पुरुषों के योग्य हार, कुंडल, बाजूबंद तथा मेखला आदि आभूषण प्राप्त होते थे । महापुराण 9.35, 41, हरिवंशपुराण - 7.80,हरिवंशपुराण - 7.89