मणि
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
चक्रवर्ती के 14 रत्नों में से एक–देखें शलाका पुरुष - 2.7।
शिखरी पर्वत का एक कूट व उसका रक्षक देव- देखें लोक - 5.4
रुचक पर्वत का एक कूट–देखें लोक - 5.13 व कुंडलवर पर्वत का एक कूट–देखें लोक - 5.12
सुमेरु पर्वत के नंदन आदिवनों में स्थित गुफा–देखें लोक - 5.6 इसका स्वामी सोमदेव है।
पुराणकोष से
(1) चक्रवर्ती के चौदह रत्नों में एक अजीव रत्न । महापुराण 37. 83-85
(2) विदेह क्षेत्र के रत्नसंचयन नगर का अमात्य । इसकी गुणावली स्त्री और सामंतवर्द्धन पुत्र था । पद्मपुराण - 13.62
(3) कुंडलगिरि के पश्चिम दिशा संबंधी चार कूटों में एक कूट । श्रीवक्षदेव इसी कूट पर रहता है । हरिवंशपुराण - 5.693