महामह
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
देखें पूजा ।
पुराणकोष से
एक पूजा । चक्रवर्ती भरतेश ने संसार को संतुष्ट करने के लिए द्रव्य दान में देते हुए ऐसी पूजा करने की भावना की थी और जीवंधर ने ऐसी पूजा आयोजित की थी । महापुराण 38.6, 75.477
देखें पूजा ।
एक पूजा । चक्रवर्ती भरतेश ने संसार को संतुष्ट करने के लिए द्रव्य दान में देते हुए ऐसी पूजा करने की भावना की थी और जीवंधर ने ऐसी पूजा आयोजित की थी । महापुराण 38.6, 75.477