मूलवीर्य
From जैनकोष
विद्याधरों की एक जाति । ये आभूषणों से अलंकृत होकर औषधि-स्तंभ के सहारे बैठते हैं । इनके हाथों में औषधियां रहती है । हरिवंशपुराण - 26.10
विद्याधरों की एक जाति । ये आभूषणों से अलंकृत होकर औषधि-स्तंभ के सहारे बैठते हैं । इनके हाथों में औषधियां रहती है । हरिवंशपुराण - 26.10