शतमति
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
(महापुराण/स.श्लोक)-ऋषभदेव के पूर्व (5/200) भव के महाबल की पर्याय का मिथ्यादृष्टि मंत्री था, (4/191) नैरात्मवादी था (5/44) और मरकर नरक गया ।(10/22)
पुराणकोष से
विजयार्ध पर्वत की अलकापुरी के राजा महाबल का एक मिथ्यादृष्टि मंत्री । यह नैरात्म्यवादी (शून्यवादी) था । मिथ्यात्व के कारण मरकर यह नरक गया । (महापुराण 4.190-191, 5.44, 10.8)