हिरण्य-स्वर्णप्रामाणातिक्रम
From जैनकोष
परिग्रह-परिमाणव्रत का प्रथम अतिचार — चांदी, सोने की निर्धारित सीमा का अतिक्रमण करना । हरिवंशपुराण - 58.176
परिग्रह-परिमाणव्रत का प्रथम अतिचार — चांदी, सोने की निर्धारित सीमा का अतिक्रमण करना । हरिवंशपुराण - 58.176