समकित चौबीसी व्रत
From जैनकोष
एक वर्ष पर्यंत प्रत्येक चतुर्दशी को उपवास करे। तथा 'ओं ह्रीं वृषभादि चतुर्विंशतिजिनाय नम:' इस मंत्र का त्रिकाल जाप। कुल 48 उपवास करे।
एक वर्ष पर्यंत प्रत्येक चतुर्दशी को उपवास करे। तथा 'ओं ह्रीं वृषभादि चतुर्विंशतिजिनाय नम:' इस मंत्र का त्रिकाल जाप। कुल 48 उपवास करे।