सागारधर्मामृत
From जैनकोष
पं.आशाधर (ई.1173-1243) द्वारा रचित संस्कृत श्लोक बद्ध श्रावकाचार विषयक विस्तृत ग्रंथ। इसमें आठ अध्याय और 477 श्लोक हैं। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/45)।
पं.आशाधर (ई.1173-1243) द्वारा रचित संस्कृत श्लोक बद्ध श्रावकाचार विषयक विस्तृत ग्रंथ। इसमें आठ अध्याय और 477 श्लोक हैं। (तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परंपरा/4/45)।