साध्य विरुद्ध
From जैनकोष
न्यायविनिश्चय/ वृत्ति/2/197/226/1 विरुद्धो नाम साध्यासंभव एव भावी। = जो हेतु अपने साध्य के प्रति असंभव भावी है वह विरुद्ध कहलाता है।
अधिक जानकारी के लिये देखें विरुद्ध हेत्वाभास ।
न्यायविनिश्चय/ वृत्ति/2/197/226/1 विरुद्धो नाम साध्यासंभव एव भावी। = जो हेतु अपने साध्य के प्रति असंभव भावी है वह विरुद्ध कहलाता है।
अधिक जानकारी के लिये देखें विरुद्ध हेत्वाभास ।