आचार्य अकलंक (ई.620-680) कृत लघीयस्त्रय पर आचार्य अभयचंद्र (ई.श.13) कृत वृत्ति।-देखें अभयचंद्र ।
पूर्व पृष्ठ
अगला पृष्ठ