वायुरथ
From जैनकोष
म.प./५८/८०-८२ भरत क्षेत्र के महापुर नगर का राजा था। धनरथ नामक पुत्र को राज्य देकर दीक्ष ले ली। प्राणत स्वर्ग के अनुत्तर विमान में उत्पन्न हुआ। यह ‘अचलस्तोक’ बलभद्र का पूर्वभव नं. २ है। - दे. अचलस्तोक।
म.प./५८/८०-८२ भरत क्षेत्र के महापुर नगर का राजा था। धनरथ नामक पुत्र को राज्य देकर दीक्ष ले ली। प्राणत स्वर्ग के अनुत्तर विमान में उत्पन्न हुआ। यह ‘अचलस्तोक’ बलभद्र का पूर्वभव नं. २ है। - दे. अचलस्तोक।