विघ्न
From जैनकोष
स.सि./६/२७/३४१/१ तेषां विहननं विघ्नः। = उनका अर्थात् दान, लाभ, भोग, उपभोग व वीर्य का नाश करना विघ्न है। (रा.वा./६/२७/१/५३१/२९)।
स.सि./६/२७/३४१/१ तेषां विहननं विघ्नः। = उनका अर्थात् दान, लाभ, भोग, उपभोग व वीर्य का नाश करना विघ्न है। (रा.वा./६/२७/१/५३१/२९)।