विज्ञानभिक्षु
From जैनकोष
सांख्यदर्शन के प्रसिद्ध प्रणेता। इन्होंने ही सांख्यमत में ईश्वरवाद का समावेश किया था। (दे.सांख्य)। इन्होंने ही योगदर्शन के व्यासभाष्य पर योगवार्तिक लिखा है (दे.योग दर्शन)। तथा अविभागाद्वैतवादरूप वेदान्त के संस्थापक भी यही थे।