विष्णुकुमार
From जैनकोष
ह.पु./२०/श्लो.‘‘महापद्म चक्रवर्ती के पुत्र थे। पिता के साथ दीक्षा ले घोर तप किया।१४। अकम्पनाचार्य के ७०० मुनियों के संघ पर बलि कृत उपसर्ग को अपनी विक्रिया द्वारा दूर किया।२९-६२। अन्त में तप कर मोक्ष गये।६३।’’
ह.पु./२०/श्लो.‘‘महापद्म चक्रवर्ती के पुत्र थे। पिता के साथ दीक्षा ले घोर तप किया।१४। अकम्पनाचार्य के ७०० मुनियों के संघ पर बलि कृत उपसर्ग को अपनी विक्रिया द्वारा दूर किया।२९-६२। अन्त में तप कर मोक्ष गये।६३।’’