वीरसागर
From जैनकोष
बम्बई प्रान्त के वीर ग्राम निवासी एक खण्डेलवाल जैन थे। पिता का नाम रामदास था। श्री शान्तिसागर के शिष्य तथा आ. शिवसागर के गुरु थे। आश्विन शु. ११ वि.१९८१ को दीक्षित हुए। अपने अन्तिम दो वर्षों में आचार्य पद पर आसीन रहे। समय–वि.१९८१-२०१४ (ई.१९२४-१९५७)।